Oppenheimer Movie Download in Hindi: नमस्कार दोस्तों Welcome to Gyan Ras, दोस्तों जब से Oppenheimer Movie आई यही यह तभी से चर्चाओ में है, पब्लिक और क्रिटिक से मिले इसके रिव्यु की वजह से लोगो में इसे देखने का उत्साह काफी देखा गया था, लेकिन पिछले दिनों इसे ऑस्कर मिलने की वजह से यह फिल्म फिर से चर्चाओं में है .
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कितने में बनी Oppenheimer Movie?
यह फिल्म पिछले साल जुलाई में रिलीज हुई थी, इस फिल्म को तक़रीबन 1475 करोड़ के भारी भरकम बजट में बनाया गया था, यानी की यह भारत की सबसे महँगी फिल्म आदिपुरूष से भी दो गुने बजट में बन कर तैयार हुई थी, इतने बड़े बजट की फिल्म होने की वजह से फिल्म के उपर भार उससे भी जायदा था हालाँकि इस फिल्म के डायरेक्टर Christopher Nolen पहले भी चार भारी भरकम बजट वाली फ़िल्में बना चूका हैं, और आपको यह जानकार हैरानी होगी की यह फिल्म उनकी सबसे महंगी फिल्म नहीं है, बल्कि यह उनकी चौथी सबसे महँगी फिल्म है, अभी तक उनके द्वारा बने गयी सबसे महंगी फिल्म ‘द डार्क नाइट राइजेज’ है, जिसे बनाने में 250 मिलियन डॉलर यानी लगभग 2049 करोड़ रुपये खर्च किये गए थे.
Oppenheimer Movie ने कितने पैसे कमाए?
अगर बात इसकी कमाई की करें तो क्रिस्टोफर नोलन की इस फिल्म ने छप्पर फाड़ कमाई की थी. अगर भारत की बात करें तो फिल्म ने सभी भाषाओँ में 150 करोड़ रूपए का collection किया, लेकिन फिल्म ने अपने Worldwide collection से इसके बजट से कई गुना कमाई की और इस फिल्म ने पुरे 5,539 करोड़ रूपए कमा कर एक नया रिकॉर्ड बना दिया.
क्यूँ देखनी चाहिए Oppenheimer Movie?
इस फिल्म को देखना का सबसे बड़ा रीजन इस फिल्म के डायरेक्टर क्रिस्टोफर नोलन खुद है, जिनकी फ़िल्में लगभग हमेशा ऑस्कर में जाती है, जिसमे से वो अधिकतर किसी न किसी केटेगरी में विनर भी रहते हैं, लेकिन इस बार इस फिल्म ने कमाल करके दिखाया है. जी हाँ इस बार फिल्म एक या दो नहीं पुरे सात ऑस्कर अवार्ड अपने नाम किये हैं.
हालांकि फिल्म पुरे 3 घंटे की है पर फिर भी यह आपकी निगाहें स्क्रीन से हटने नहीं देती हैं, इसके अलावा फिल्म के मुख्य किरदार, किलियन मर्फ़ी ने कमाल का काम किया है और साथ में अपने आयरन मैन यानी रॉबर्ट डॉनी जुनियर भी एक बेहतरीन supporting role निभाते हुए दिखाई देंगे. वैसे दोनों को ही फिल्म में ऑस्कर मिल चूका है.
क्या है इस Oppenheimer Movie की कहानी?
ओपनहाइमर’ की कहानी 1920 में शुरू होती है. जहां एक स्टूडेंट क्वॉन्टम मेकैनिक्स की दुनिया में क्रांति लाना चाहता है. उसके बाद ये कहानी उसकी युवावस्था में पहुंचती है, जब वह बर्कली में पढ़ाना शुरू करता है. दुनियाभर के दिग्गज वैज्ञानिकों के बीच बहुत कुछ सिखता है. उसे अपने सामने एक नई दुनिया दिखाई देती है. यहां वो कम्युनिज़्म से रूबरू होता है, जो आगे चलकर उसकी जर्नी का एक अहम हिस्सा भी बनता है. इसी के बीच दूसरा विश्व युद्ध शुरू हो जाता है. अब नाज़ियों ने दुनिया का सबसे शक्तिशाली बम बनाने का फार्मूला ढूंढ लिया है. अगर वह इस बम को सबसे पहले बनाने में कामयाब हो जाते हैं तो दुनिया का विनाश निश्चित है. अमेरिका चाहता है कि वो नाज़ी जर्मनी से पहले उस बम को बना ले. ऐसे में मैनहैटन में प्रोजेक्ट शुरू किया जाता है. जिसकी कमान सौंपी जाती है लेफ्टीनेंट जनरल लेज़्ली ग्रोव्स को. जो इस प्रोजेक्ट को हेड करने के लिए ग्रोव्स, रॉबर्ट जे. ओपनहाइमर को चुनते हैं. उनके ही देखरेख में दुनियाभर के वैज्ञानिकों की टीम मिलकर एटम बनाना शुरू करती है और तीन साल की कड़ी मेहनत के बाद दुनिया का पहला एटमिक बम बनकर तैयार हो जाता है. अमेरिका उन बमों का इस्तेमाल जापान के दो शहरों, हिरोशिमा और नागासाकी पर करता है. ताकि दूसरे विश्व युद्ध को खत्म किया जा सके. इस हमले में जापान के 2 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो जाती है.
बस यहीं से कहानी में नया मोड़ आ जाता है. ओपनहाइमर को लगता है कि जापान तो पहले से ही घुटने टेकने वाला था. ऐसे में उन पर बम गिराने की कोई आवश्यकता नहीं थी. उसे अपनी गलती का अहसास होता है. उसे लगने लगता है कि उसके हाथ उन लोगों के खून में सने हुए हैं. ओपनहाइमर आर्म्स रेस के खिलाफ खड़े हो जाते हैं. यहाँ सरकार उनकी पुरानी फाइलें खोलना शुरू कर देती हैं. उन्हें डिस्क्रेडिट करने की भी कोशिश की जाती है. जब ये सब चल रहा होता है, तो ‘ओपनहाइमर’ की पत्नी किटी उनसे पूछती हैं-
What did you think, if you let them tar and feather yourself, world would forgive you? No it wont.
‘ओपनहाइमर’ स्क्रीन से ज़्यादा फिल्म के नायक के दिमाग में घटती है. वो मानसिक रूप से बेहाल है. पहले वो एक परफेक्ट बम बनाने के लिए दिन रात परेशान था. अब जब यह बम बन चूका है तो इससे हुए नुकसान की वजह से परेशान है. वो अब प्रायश्चित करना चाहता है. मगर कैसे, वह यह नहीं जानता. फिल्म में एक दृश्य में, जहां ओपनहाइमर एक लोगों को संबोधित करने जा रहे हैं. वहां उन्हें एटम बम बनाने के लिए शाबाशी दी जानी है. स्टेज तक पहुंचने से पहले ही उसके पैर कांपने लग जाते हैं. जब वह वहां पहुंचते हैं, तो उन्हें वहां खड़ी भीड़ की शक्लें उधड़ती हुई नज़र आती हैं. और रोते-बिलखते लोग नज़र आने लगते हैं. उसे ऐसा लगता है कि उनका पांव उस मलबे में फस गया है, जो उसके बनाए बम गिरे थे.
‘ओपनहाइमर’ का बैकग्राउंड स्कोर कमाल का है. कहानी कब परदे की वजह आपके ज़हन में चली जाती है आपको पता ही नहीं चलता. फिल्म सब के लिए नहीं है लेकिन मेरा मानना है ये एक मास्टर पीस है जिसे सबको देखना चाहिए. हाँ फिल्म में एक दो nude scene है लेकिन उन्हें इगनोरे किया जा सकता है.
Oppenheimer Movie Download in Hindi
अब सवाल आता है की आखिर आप कहाँ Oppenheimer Movie Download in Hindi को फ्री में देख सकते हैं? तो इस फिल्म को देखने के लिए आप Zee 5, Amaon Prime Video किसी पर भी मात्र 119/- के मामूली से शुल्क पर देख सकते हो. लेकिन अगर आप Oppenheimer Movie Download in Hindi में डाउनलोड करना चाहते हो तो निचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं.
Conclusion on Oppenheimer Movie Download in Hindi
Oppenheimer Movie एक मास्टरपीस है जिसे बनाने में करोडो रूपए खर्च हुए हैं, ऐसे भी फिल्म मेकर इससे प्रॉफिट कमाने की इक्छा करते होंगे, तो मेरा आग्रह है इस फिल्म को Zee 5, Amaon Prime Video पर हाई क्वालिटी में अपने परिवार के साथ एन्जॉय करें.
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