महामृत्युंजय मंत्र ऋषि मार्कण्डेय जी ने लिखा हैं। महामृत्युंजय मंत्र का जाप महाशिवरात्रि के इस खास अवसर पर जरुरी माना जाता है क्योंकि इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को बीमारी , भये और मृत्यु का डर नहीं लगता है। यह मंत्र सेहत और लम्बी उम्र के लिए भी माना जाता है।
इस मंत्र का जाप करने से बहुत से सुख की प्राप्ति भी होते हैं, जैसे दिमाग शांत होता है, खुद पर विश्वास बढ़ जाता है। महाशिवरात्रि के इस बड़े त्योहर पर, भक्त अपने जीवन की सारी परेशानियो को दूर करने और भगवान शिव के आशर्वाद को प्राप्त करने के लिए भक्त महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बंधनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॐ स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं हौं ॐ !!॥
महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ
हम तीन आँखो वाले भगवान शिव की पूजा करते हैं, जो अपनी शक्ति से इस दुनिया का पालन करते हैं आपसे प्रार्थना है की वे हमे जीवन व मृत्यु के बंधन से मुक्त करे और यह दिखा दे की हम कभी भी अपनी अमर प्रकृति से अलग नहीं होते हैं।
महामृत्युंजय मंत्र जाप के फायदे
- महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव को प्रसन्न करने वाला मंत्र है इस मंत्र का जाप करने से आप भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हो।
- महामृत्युंज्य मंत्र के जाप से व्यक्ति रोगो और अकाल मृत्यु का डर भी ख़त्म हो जाता हैं।
- धन-हानि, घर में क्लेश जैसी समस्या में भी इस मंत्र का जाप किया जाता हैं।
- धार्मिक कथाओ के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति पर अकाल मृत्यु का योग है, तो उसे महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराना चाहिए। इससे लाभ हो सकता है।
- महामृत्युंजय मंत्र के नियम अनुसार जाप करने से व्यक्ति की उम्र लम्बी होती है और सेहत भी अच्छी होने लग जाती हैं ।
- मंत्र का सही तरीके से जाप करने से समाज में मान-सम्मान बढ़ने के साथ नौकरी-बिजनेस में भी सफलता हासिल होती है।
महाशिवरात्रि पर महामृत्युंजय के जाप कैसे करे
महाशिवरात्रि पर आप पूजा तो करते है अगर उसके साथ आप महामृत्युंजय मंत्र का भी जाप करते है तो आप को किसी प्रकार की कोई भी बीमारी नहीं होगी क्योकि ऐसा माना जाता है की इस मंत्र का जाप करने से सभी प्रकार की परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है इसी प्रकार अगर आप महाशिवरात्रि पर इस मंत्र का जाप करते है तो भगवान शिव आपकी सारी इच्छाएं पूरी कर सकते है। यदि आप किसी तरह की बीमारी से परेशान है तो आपको महाशिवरात्रि के दिन सुबहे नहा के सफ़ेद रंग के कपडे पहनने चाहिए उसके बाद मंदिर या किसी शांत जगह जाकर इस महामृत्युंजय मंत्र का 110 बार जाप करना चाहिए यदि आपसे नहीं होता है तो आप 108 बार भी कर सकते है धार्मिक शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति सच्चे दिल से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करता है उसकी सभी मनोकामना पूरी होती है।
महामृत्युंजय का पाठ कब करना चाहिए।
कई बार हमें आने वाली परेशानियों का एहसास पहले से ही होने लग जाता है, लेकिन हम अपने अपने काम में इतने व्यस्त होने लग जाते हैं कि हम उन्हें नजर अंदाज कर देते हैं। जिसकी वजह से हमें बाद में काफी बुरा परिणाम भुगतना पड़ता है। महामृत्युंजय मंत्र हमारे जीवन की सारी परेशानियों को दूर करने में मदद करता है। आमतौर पर इन हालात में हमें महामृत्युंजय पाठ जरूर कराना चाहिए। –
- अगर आपकी कुंडली में कोई दोष है तब आपको महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करना चाहिए ।
- आपने कोई नया काम सुरु किया और बोहोत परेशानी आ रही है तब आप को पाठ करना चाहिए ।
- अगर आपके परिवार में कोई न कोई बीमार होता है तब पाठ करा सकते है।
- नया घर बनवाने पर गृहप्रवेश के बाद जितनी जल्दी पाठ करा सकते हो ।