Digital Rupee kya hai? कैसे काम करता है, और कैसे ये क्रिप्टो से अलग है

Digital Rupee kya hai? जब भारत सरकार की तरफ से Demonatisation हुई थी और Govt. की तरफ से नए 500, 1000 और 2000 के नोट निकाले गए थे, तो काफी रूमर्स सामने आये थे जिसमें सबसे ज्यादा फेमस था की 2000 के नोट में GPS Chip लगी है. जिससे आपके पैसे कहाँ रखे है Govt. को सब पता चल जायेगा. हालांकि वो सब अफवाहें थी, लेकिन यह भी सच है की सरकार यह तो जरूर देखना चाहेगी की आखिर जिस पर्पस के लिए पैसा दिया जा रहा है, पैसा उसी के लिए इस्तेमाल हो न की किसी unwanted activity के लिए.

Digital Rupee kya hai?
Digital Rupee kya hai?

तो उसी सोच को रखते हुए भारत सरकार ने इसका सलूशन निकाला है,जिसे CBDC यानी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी जिसको आजकल हम न्यूज़ में Digital Rupee के नाम से भी सुन रहे हैं, तो आज के इस आर्टिकल में हम समझेंगे की आखिर यह Digital Rupee kya hai? क्या यह सेफ है? गवर्नमेंट इसको क्यों लाई है? इसके क्या यूजेस हैं ? क्या एडवांटेजेस और disadvantage हैं ? कैसे ये आपकी और मेरी लाइफ को आसान बनाने वाला है? इन्ही सब सवालों के जवाब आपको इस पोस्ट में मिलने वाले हैं, तो कुछ नया जानने के लिए इसे आखिर तक जरुर पढ़ें.

पिछली बार भारत सरकार ने जब डिजिटल ट्रांजैक्शन रिलेटेड कुछ किया था, तो वह था UPI और इसने हम सबकी जिंदगी बदल दी थी. UPI एक Game Changer की तरह सामने आया था. तो अब ये Digital Rupee Kya Hai? क्या इससे भी हमारी जिंदगी उसी तरीके से बदल जाने वाली है जैसे UPIसे हुई थी? और Digital Rupee यूपीआई से अलग कैसे हैं? इसके क्या यूजेस हैं, जानते हैं ये सब कुछ और बहुत कुछ.

Digital Rupee kya hai? यह UPI से कैसे अलग है?

तो जैसा हम जानते हैं की UPI बेसिकली दो Banks के बीच में होता है, एक आपके बैंक अकाउंट से, जिससे पैसे डेबिट होंगे, दूसरा सेलर का अकाउंट जिसमे पैसे क्रेडिट होते हैं. UPI एक मीडियम है जिसके जरिए पैसा लेजर फॉर्म में एक्सचेंज हो रहा है, तो UPI बेसिकली RTGS और IMPS को आसान बनाने के लिए आया. क्योंकि उसमें आपको बैंक डिटेल्स याद करनी पड़ती थी, अकाउंट नंबर IFSC कोड और ना जाने क्या-क्या, तो वो ना करना पड़े इसलिए फोन से या एक सिंपल से ईमेल आईडी जैसे UPI ID से डिजिटल ट्रांसफर और आसान कैसे हो जाए वही Digital Rupee है तो ना वो फिजिकल नोट है और न ही कोई प्रॉब्लम है.

तो क्या Digital Rupee रियल कैश का अल्टरनेटिव है?

तो basicully फिजिकल नोट के साथ प्रॉब्लम kya है? फिजिकल नोट को आपके वॉलेट के चोरी हो जाने का प्रॉब्लम है, फिजिकल नोट के जाली नोट छापे जा सकते हैं, अब मान लो Govt. किसी किसान को सब्सिडी देना चाहती है, लेकिन उसे पहुचने से पहले ही बिचोलिये उस पैसे को खा जाते हैं, तो फिजिकल नोट पर लिखा नहीं होता है की इसे किस लिए निकाला या ट्रान्सफर किया गया था, लेकिन डिजिटल रूपी में ये लिखा होता है, जो की इसका सबसे बड़ा Advantage है.

भारत सरकार इस Digital Rupee को क्यूँ ला रही है?

तो अब सवाल उठता है की आखिर सरकार डिजिटल रूपए लाना क्यूँ चाहती है? जैसे आज कोई सरकार 500 का नोट छापती है और इस उद्देश्य से छापती है की ये पैसे किसी subsidy के लिए चला जाए, या फिर प्रधान मंत्री रोजगार योजना के लिए चला जाए आदि. लेकिन ये पैसा क्या सच में उनके पास पहुच पा रहा है? क्यूंकि उस नोट पर लिखा तो नहीं है की ये किस लिए छपा है. लेकिन मान लो सरकार या RBI (Reserb Bank of India) एक Mobile App बना दे, उसके बाद फिर चाहे आप किसान हो, मजदूर हो, महिला हो या कोई भी जिसे सरकार पैसे भेजना चाहती है, उस App में लिखा आये की ये पैसा किसने और क्यूँ भेजा है, तो इससे बीच के लोग उसे इस्तेमाल ही नहीं कर पाएंगे और ना ही उसका इस्तेमाल कर पाएंगे (ये समझाने के लिए है फ़िलहाल कोई guidelines नहीं बताई गयी है) तो कितना आसन रहेगा. है वो पैसा ही लेकिन इसका Purpose पहले से पता है.

यह UPI से अलग कैसे है?

UPI में वो दोनों बैंक अकाउंट Mentain करते है जिनके बीच में लेन देन हो रहा है, लेकिन डिजिटल रूपी में बैंक से कोई लेना देना ही नहीं होगा, ऐसा भी हो सकता है की आपका बैंक account न भी हो फिर भी Digital Rupee का रिकॉर्ड RBI मेंटेन कर सकता है. जैसे फिजिकल कैश, किस व्यक्ति के पास कितना कैश है ये आपके बैंक को नहीं पता होता, जैसे आपको किसी ने 500 रूपए दिए लेकिन आपने वो बैंक में जमा नहीं किये तो ऐसे में बैंक को कैसे पता चलेगा की आपके पास कितने पैसे है? वहीँ UPI का एक एक रुपया Govt. को पता होता है, उसी तरह RBI ने कोई पैसा आपके Digital Rupee Wallet में दे दिया, वो वॉलेट डायरेक्ट RBI ने ही आपको दिया है, जैसे Bhim App या Digilocker आदि, वैसा कोई App आपके मोबाइल में आ जाये या RBI सीधा आपको दे और उसमें आपको पैसे दे Like: Digital Note, तो बैंक का इससे कोई लेना देना नहीं होगा, क्यूंकि UPI में बहुत कास्ट involved है जैसे दो बैंक, transections, Payment Gateway, etc. इसी वजह से कोई भी UPI Apps वाले प्रॉफिट नहीं कमा रहें हैं सब Loss में हैं, Digital Rupee आ जाने से ये सारी चीजें ख़त्म हो जायेगी, RBI ने पैसा आपको दे दिया अब आप चाहो कुछ भी करते रहो, बीच के सारे connection ख़त्म हो जायेंगे, ठीक वैसे ही जैसे मैं अपने दोस्त को रियल कैश देता हूँ, उसी प्रकार इसमें भी अलग अलग प्रकार के डिजिटल नोट होंगे, अब मैं किसी को भी कितने भी नोट सामने वाले को दे सकता हूँ, शॉपिंग कर सकता हूँ.

CBDC (सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी) आखिर काम कैसे करेगा?

अब सवाल आता है जब इसके बीच में कोई कंपनी एन्वोल्वे नहीं होगी तो ये सिस्टम काम कैसे करेगा? तो ये System काम करेगा Blockchain में, अब Blockchain सुन कर डर मत जाना, ये क्रिप्टो करेंसी की तरह उपरनिचे नहीं होगा, ये बिलकुल सुरक्षित है, और आपको 500 का नोट 500 का ही रहेगा. क्यूंकि इसे RBI खुद देख रहा है , तो ये नार्मल Blockchain की तरह Decenterlized नहीं होगा.

सरकार CBDC (सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी) को क्यूँ लाना चाहती है?

इसका पहला और सबसे बड़ा कारण है कैश हैंडलिंग चार्जोजेज, जो फिजिकल नोट हम इस्तेमाल करते हैं, उसे छापने में सरकार के हजारों करोड़ रूपए खर्च होते हैं, निचे आपको एक टेबल के जरिये बताया जा रहा है की एक नोट पर आखिर सरकार का कितना खर्चा आता है.

DenominationPrice Per Thousand pieces (in Rs)Price per Note (in Rs)
Rs 1010101.01
Rs 2010001
Rs 5010101.01
Rs 10015101.51
Rs 50025702.57
Rs 200041804.18

इसे देख कर अब आप अंदाजा लगा सकते हो की कितना फ़िज़ूल खर्च होता है फिजिकल नोट छपने में, इसके अलावा नोट बर्बाद हो जाते हैं, गल जाते हैं, फट जाते हैं, चोरी हो जाते हैं, ब्लैक मार्केटिंग होती है, जिन्हें सरकार रोकना चाहती है.

तो आखिर में जैसे UPI सफल रहा. अब तो दुनिया के बाकी देश भी इसे अपना रहे हैं, और ऐसा इसीलिए हो पाया क्यूंकि ऐसा कुछ करने वाला पहला देश भारत था, इसीलिए इसे कोई बहुत बड़ा अचीवमेंट ना मानते हुए भारत सरकार एक कदम और आगे की सोच रही है.

तो उम्मीद है आपको Digital Rupee kya hai इससे जुड़े सभी जवाब मिल गए होंगे. तो आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट करके जरुर बताएं.

यह भी पढ़ें: Byjus Crises बढ़ेगा और विवाद! EGM में Byju Raveendran को हटाने का लिया फैसला 

Optimized with PageSpeed Ninja